आज अचानक कैसे हमारे देश के उपराष्ट्रपति को जाटों और किसानों की याद आ गई। #jagdeepdhankhar #insult

साथियों आजकल अक्सर देखा जाता है की हमारे देश के कुछ नेता अपने व्यवहार और भाषण को प्रतिदिन निम्न स्तर की तरफ ले जा रहे है। ऐसे ही निचले क्रम में जा रही राजनीती में एक और घटना घटी जब शीतकालीन सत्र से निलंबित विपक्षी सांसद संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। इसी बीच टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी राज्यसभा के सभापति और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की नकल acting करने लगे। इस पर धरने पर बैठे विपक्षी सांसद जोर-जोर से हंसने लगे और इस दौरान राजद सांसद मनोज झा समेत कई सांसद ताली बजाते दिखे। इसी दौरान राहुल गांधी अपने फोन से टीएमसी सांसद का वीडियो बनाते नजर आए। ये कृत्य गलत है और ये बात इसलिए समस्याजनक है क्योंकि सभापति और स्पीकर के पद का एक अलग मतलब होता है, राजनीतिक दलों के बीच टकराव होते है। उनके बीच बयानों की अदला-बदली मतभेद होते रहते है। लेकिन जब कोई नेता सांसद , जो बहुत बड़ी जनसंख्या के द्वारा चुना गया प्रतिनिधि है। वह प्रतिनिधि इस तरीके की हरकतें संसद परिसर में सबके सामने करता है तो यह किसी भी प्रकार से शोभा नहीं देता। ये हास्यास्पद है, शर्मनाक है और अस्वीकार्य है। ये हरकत यह साफ़ – साफ़ दिखाती है कि हमारे देश की राजनीति कहां गिर गई है. एक वक़्त जब उन्नीस सौ सैंतालीस में और उससे पहले कि हमारे देश के कुछ नेता थे. उनको देखा जाए और यह आज के नेताओं को देखा जाए, तो लगता है आज के नेताओं की क्या नैतिकता बची है , देश की राजनीति और कुछ राजनेता अपनी सारी सीमाएं पार कर चुके है। राज्यसभा के सभापति और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने इसके जबाब में अपनी प्रतिक्रिया तो दी मगर उन्होंने भी इस वायरल मुद्दे में राजनीती कर दी । जगदीप धनखड़ ने रा
Back to Top