#shorts | कबीर दास के दोहे | जो तोको काँटा बुबै ताहि बोय तू फूल। | KABIRDAS KA DOHA

कबीर दास के दोहे जो तोको काँटा बुबै ताहि बोय तू फूल। तोकु फूल को फूल है, बाको है तिरसूल।।
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